क्या फिल्मी हस्तियां भी मनरेगा में काम कर रहे है ?
इस महामारी में सभी लोग आर्थिक तंगी से गुजर रहे है , वहीं लोग अपनी जीविका चलाने के लिए काम ढूढते रहते है । एक तरफ मजदूर तो दूसरी बड़ी बड़ी हस्तियां भी अपने खर्चे चलाने लिए , काम की तलाश कर रहे है। ऐसा ही एक बड़ी फिल्मी हस्ती क्या मनरेगा में काम कर रही है।
दर असल ये बात मध्य प्रदेश के की खरगोन जिले की एक ग्राम पंचायत में बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री दीपिका पादुकोण की तस्वीर एक मनरेगा जॉब कार्ड पर छापी गई है , इस ग्राम पंचायत में सिर्फ दीपिका पादुकोण की ही नहीं ऐसे बहुत से फिल्मी हस्तियों की तस्वीरे लोग के जॉब कार्ड पर छापी गई है।
इसके माध्यम से रोजगार गारंटी जॉब कार्ड से फर्जीवाड़ा करने का मामला सामने आया है। जिस पंचायत सचिव और रोजगार सहायक अधिकारी ने इसको अंजाम दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक
इन जॉब कार्ड्स पर मजदूरी की राशि भी जारी की गई है। वहीं कई ग्रामीणों को यह तक नहीं पता है कि उनके नाम से राशि जारी हुई है क्योंकि वे कभी काम पर नहीं गए।
ग्रामीणों के पास जो जॉब कार्ड मौजूद हैं उनके क्रमांक में अंतर है। कुछ किसान ऐसे हैं जिनके पास 50 एकड़ जमीन होने के बावजूद उनके नाम पर फिल्म अभिनेत्रियों की तस्वीर वाले जॉब कार्ड बने हुए हैं। झिरनिया जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत पीपलखेड़ा नाका में 15 जॉब कार्ड ऐसे हैं जिन पर अभिनेत्रियों की तस्वीर लगी हुई है।
गांव के ऐसे ही एक किसान हैं मनोज दुबे जिनके पास लगभग 50 एकड़ जमीन है। उनका कहना है कि मैंने कभी जॉब कार्ड नहीं बनवाया और न ही मैं कभी मजदूरी पर गया। मंत्री और सचिव ने मेरा फर्जी कार्ड बनाया और 30,000 रुपये निकाले हैं। मेरे कार्ड पर अभिनेत्री दीपिका पादुकोण की तस्वीर लगी है। हम इसकी शिकायत करेंगे।
वहीं मामला सामने आने के बाद आईएएस अधिकारी, जिला पंचायत सीईओ गौरव बैनल ने कहा है कि ये मामला अभी संज्ञान में आया है। इसमें 11 जॉब कार्ड की जानकारी मौजूद है। इसमें कथित तौर पर अभिनेत्रियों की तस्वीर लगी हुई है। पिछले कुछ दिनों में राशि निकाली गई है और मस्टररोल भरे गए हैं। जांच में पता चलेगा कि ये जॉब कार्ड किस तरह से जारी किए गए हैं। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जाच में जो दोषी होगा उसे तो सजा मिलेगी लेकिन सवाल ये है कि जहा लोग दो वक्त की रोटी जुटाने में लगे । वहीं सरकारी अधिकारी वेतन पाते हुए भी अपनी कर्तव्य को भी भूल जा रहे रहे , और सरकार को ही लूटने में लगे हुए है। धिक्कार है ऐसे अधिकारि पर।
ऐसा मामला सिर्फ मध्य प्रदेश में ही नहीं बल्कि यूपी में भी ट्रेंड पर है।
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