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सतर्क रहें हो सकता है कि आपकी खरीदी हुईं कार चोरी हो जाएं।

सावधान हो जाए ! यदिआप ऑनलाइन कुछ बड़ी चीज खरीदते है , तो उसे अच्छी तरह से जांच ले तब उसकी खरीददारी करे ।यदि आप ऐसा नहीं करते है , तो हो सकता है कि आपकी खरीदी हुई चीज चोरी हो जाएं और फिर ऑनलाइन उसकी खरीददारी कोई और ले । ये है मामला - मनु त्यागी नाम का एक शख्स  ओएलएक्स पर एक कार एक बार नहीं बल्कि 12 बार बेचा है !! नोएडा के एडीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि आरोपी मूल रूप से ग्राम देहरी गुर्जर थाना आदमपुर जिला अमरोहा का रहने वाला है. उसके पास से फर्जी नंबर प्लेट लगी वैगन आर, दो मोबाइल, फर्जी पैन व आधार कार्ड और 10 हजार रुपये नकद बरामद हुए हैं आरोपी कार को बेचने के लिए ओएलएक्स पर विज्ञापन डालता था. इसके बाद वह कार बेच देता था. कार की डुप्लीकेट चाबी अपने पास रख लेता था और कार में जीपीएस लगा देता था. कार बेचने के बाद ही वह जीपीएस और डुप्लीकेट चाबी के माध्यम से कार चुरा लेता था. इसके बाद फिर से ओएलएक्स पर विज्ञापन डालकर कार बेच देता था. इस तरह से उसने एक ही कार को 12 बार बेचा और चुरा लिया. जानकारी के मुताबिक, आरोपी अगस्त में जमानत पर उत्तराखंड जेल से बाहर आया था. वहां भी धोखाधड़ी के मामले में जे

क्या फिल्मी हस्तियां भी मनरेगा में काम कर रहे है ?

 इस महामारी में सभी लोग आर्थिक तंगी से गुजर रहे है , वहीं लोग अपनी जीविका चलाने के लिए काम ढूढते रहते है । एक तरफ मजदूर तो दूसरी बड़ी बड़ी हस्तियां भी अपने खर्चे चलाने लिए , काम की तलाश कर रहे है। ऐसा ही एक बड़ी फिल्मी हस्ती क्या मनरेगा में काम कर रही है। दर असल ये बात मध्य प्रदेश के की खरगोन जिले की एक ग्राम पंचायत में बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री दीपिका पादुकोण की तस्वीर एक मनरेगा जॉब कार्ड पर छापी गई है , इस ग्राम पंचायत में सिर्फ दीपिका पादुकोण की ही नहीं ऐसे बहुत से फिल्मी हस्तियों की तस्वीरे लोग के जॉब कार्ड पर छापी गई है। इसके माध्यम से रोजगार गारंटी जॉब कार्ड से फर्जीवाड़ा करने का मामला सामने आया है। जिस पंचायत सचिव और रोजगार सहायक अधिकारी ने इसको अंजाम दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक इन जॉब कार्ड्स पर मजदूरी की राशि भी जारी की गई है। वहीं कई ग्रामीणों को यह तक नहीं पता है कि उनके नाम से राशि जारी हुई है क्योंकि वे कभी काम पर नहीं गए। ग्रामीणों के पास जो जॉब कार्ड मौजूद हैं उनके क्रमांक में अंतर है। कुछ किसान ऐसे हैं जिनके पास 50 एकड़ जमीन होने के बावजूद उनके नाम पर फिल्म अभिनेत

एलपीजी होम डिलीवरी में हुआ बदलाव 1 नवम्बर से लागू होंगे ये नियम।

  (LPG Cylinder Home Delivery) की प्रक्रिया अब पहले से जैसी नहीं होगी क्योंकि अगले महीने से डिलीवरी सिस्टम में बदलाव होने वाला है. . 1 नवंबर से डोमेस्टिक सिलेंडर (Domestic Cylinder) की चोरी रोकने और सही कस्टमर की पहचान के लिए तेल कंपनियां नया LPG सिलेंडर का डिलिवरी सिस्टम (Delivery System) लागू करने वाली हैं. क्या है आइए आपको बताते हैं सबकुछ:   इस नए सिस्टम को DAC का नाम दिया जा रहा है यानी कि डिलीवरी ऑथेंटिकेशन कोड. अब सिर्फ बुकिंग करा लेने भर से सिलेंडर की डिलीवरी नहीं होगी बल्कि आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक कोड भेजा जाएगा उस कोड को जब तक आप डिलीवरी बॉय को कोड नहीं दिखायेंगे तब तक डिलीवरी पूरी नहीं होगी. हालांकि अगर कोई कस्टमर ऐसा भी है जिसने डिस्ट्रीब्यूटर को मोबाइल नंबर अपडेट नहीं कराया है तो डिलीवरी बॉय के पास के ऐप होगा जिसके जरिए आप रियल टाइम अपना नंबर अपडेट करवा पाएंगे. और उसके बाद कोड जनरेट कर सकेंगे. ऐसे में उन कस्टमर्स की मुश्किलें बढ़ जाएँगी जिनका एड्रेस गलत और मोबाइल नंबर गलत हैं तो इस वजह से उन लोगों की सिलेंडर की डिलीवरी रोकी जा सकती है. तेल कंपनियां इस सिस्टम को पहले