मार्च में भड़काऊ भाषण देने के आरोप में वरिस पठान पर एफ आई आर दर्ज !

 100 करोड़ पर 15 करोड़ के भारी पड़ने वाला भड़काऊ भाषण वारिस पठान (Warish Pathan) को भारी पड़ गया है. असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के पूर्व विधायक वारिस पठान के खिलाफ तेलंगाना के करीमनगर में देशद्रोह का मुकदमा दर्ज हो गया है. वारिस पठान पर सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने, देशद्रोह, दो समुदायों के बीच द्वेष फैलाने, धार्मिक भावनाएं भड़काने और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में एफआईआर दर्ज हुई है. मुंबई के भयखला विधानसभा से विधायक रहे वारिस पठान ने कर्नाटक के कुलबर्गी में एक नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ आयोजित एक जनसभा में विवादित भड़काऊ भाषण दिया था.

आख़िर वारिस पठान ने अपने भाषण में क्या कहा था।

जनसभा में वारिस पठान ने कहा था कि ईंट का जवाब पत्थर से देना हमने सीख लिया है. आजादी लेनी पड़ेगी और जो चीज मांगने से नहीं मिलती, उसे छीनकर लेना पड़ेगा. वारिस पठान इतने पर ही नहीं रुके. उन्होंने दो समुदायों के बीच हिंसा फैलाने वाला विवादित बयान दे डाला था. दिल्ली के शाहीन बाग में मुस्लिम महिलाओं के प्रदर्शन में शामिल होने का हवाला देते हुए वारिस पठान ने कहा था कि 'अभी तो सिर्फ शेरनियां बाहर निकली हैं और तुम्हारे पसीने छूट गए. समझ लो अगर हम लोग साथ आ गए तो क्या होगा. 15 करोड़ हैं, लेकिन 100 करोड़ पर भारी हैं, याद रख लेना.'

एआईएमआईएम नेता के इस भड़काऊ बयान के खिलाफ करीमनगर शहर के बीजेपी अध्यक्ष बी. महेंद्र रेड्डी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की. लेकिन पुलिस ने केस दर्ज करने से इनकार कर दिया था. लिहाजा महेंद्र रेड्डी ने अदालत का दरवाजा खटखटाया. याचिका की सुनवाई के बाद अदालत ने पुलिस को एफआईआर दर्ज करने के आदेश दे दिए और करीमनगर के थ्री टाउन पुलिस थाने में वारिस पठान के खिलाफ केस दर्ज हो गया है. थ्री टाउन पुलिस इंस्पेक्टर सदानंदम सौदारापू ने बताया कि अदालत के आदेश पर केस दर्ज करना पड़ा है और अब वो इस मामले में सरकारी वकील से सलाह लेकर आगे की कार्रवाई करेंगे. इंस्पेक्टर सदानंदम का कहना है कि मामला करीमनगर का नहीं है, इसलिए सरकारी वकील की सलाह लेना जरूरी है.लेकिन करीमनगर बीजेपी अध्यक्ष बी. महेंद्र रेड्डी के मुताबिक उन्होंने पुलिस को गवाहों के नाम और भड़काऊ बयान के सबूत पेश कर दिए हैं और एसीपी से मिलकर वारिस पठान के खिलाफ चार्जशीट तैयार करने की मांग की है. महेंद्र रेड्डी ने बताया कि मार्च में उन्होंने अदालत का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन लॉकडाउन की वजह से सुनवाई में ज्यादा वक्त लग गया

पार्टी अध्यक्ष ओवैसी ने क्या किया!

वारिस पठान के भड़काऊ बयान को एमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने गंभीरता से लेते हुए उन्हें पार्टी प्रवक्ता पद से हटा दिया था. इसके बाद वारिस पठान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अपना बयान वापस लेते हुए कहा था कि उन्होंने किसी खास समुदाय को टार्गेट नहीं किया था. कानूनी उलझन में फंसने के डर से पठान को मजबूर होकर अपने बयान के लिए माफी भी मांगनी पड़ी थी.

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